डिजिटल इंडिया अभियान ने देश में डिजिटल पेमेंट को आम बना दिया है। अब हम रोज़मर्रा के जीवन में UPI, मोबाइल वॉलेट, नेट बैंकिंग और क्रेडिट/डेबिट कार्ड के ज़रिए आसानी से भुगतान कर सकते हैं।
हालांकि यह सुविधाजनक है, लेकिन इसके साथ साइबर फ्रॉड और डाटा चोरी का खतरा भी बढ़ गया है। इसलिए डिजिटल पेमेंट करते समय कुछ सावधानियाँ बरतना बहुत ज़रूरी है।
इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि डिजिटल पेमेंट करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि आपका पैसा और डेटा सुरक्षित रहे।
1. केवल सुरक्षित नेटवर्क का उपयोग करें
डिजिटल पेमेंट करते समय पब्लिक Wi-Fi या अनजान नेटवर्क से बचें। हैकर ऐसे नेटवर्क पर आपकी जानकारी चुरा सकते हैं।
✅ सुझाव:
-
केवल मोबाइल डेटा या ट्रस्टेड Wi-Fi पर ही पेमेंट करें।
-
बैंकिंग या पेमेंट ऐप्स का इस्तेमाल साइबर कैफे या शेयर किए गए डिवाइस पर न करें।
2. केवल आधिकारिक ऐप्स ही डाउनलोड करें
आजकल Google Play Store और App Store पर कई नकली पेमेंट ऐप्स मिल जाते हैं जो आपके बैंक डिटेल्स चुरा सकते हैं।
✅ सुझाव:
-
Paytm, PhonePe, Google Pay, BHIM जैसी ऐप्स केवल उनके official verified versions ही इंस्टॉल करें।
-
ऐप डाउनलोड करने से पहले रिव्यू और रेटिंग जरूर पढ़ें।
3. किसी के साथ OTP/UPI PIN शेयर न करें
कई फ्रॉड कॉल्स या मैसेज में आपको झांसे में लेकर OTP, UPI PIN या पासवर्ड मांगते हैं।
✅ सावधान रहें:
-
बैंक और पेमेंट ऐप कभी भी आपसे OTP या PIN नहीं मांगते।
-
अगर कोई पूछे तो तुरंत कॉल काट दें और नंबर ब्लॉक करें।
4. QR Code स्कैन करते समय सतर्क रहें
QR कोड एक आसान तरीका है पेमेंट का, लेकिन यह फ्रॉड का जरिया भी बन सकता है।
✅ ध्यान रखें:
-
स्कैन करने से पहले QR कोड की सत्यता जांचें।
-
किसी अनजान व्यक्ति से भेजे गए QR कोड को बिना जांचे स्कैन न करें।
-
पेमेंट प्राप्त करने के लिए कभी QR स्कैन न करें, यह फ्रॉड का संकेत है।
5. ट्रांजैक्शन के बाद SMS/ईमेल अलर्ट ऑन रखें
हर डिजिटल पेमेंट के बाद SMS या ईमेल अलर्ट मिलना जरूरी है ताकि आप तुरंत पता लगा सकें कि कोई गड़बड़ी तो नहीं हुई।
✅ क्या करें:
-
अपने बैंक अकाउंट और वॉलेट में SMS/Email अलर्ट सर्विस चालू रखें।
-
किसी संदिग्ध ट्रांजैक्शन की तुरंत रिपोर्ट करें।
6. पेमेंट ऐप्स में लॉक या पासकोड सेट करें
अगर आपका मोबाइल खो जाता है और उसमें आपका पेमेंट ऐप बिना लॉक के खुला है, तो कोई भी व्यक्ति आपके पैसे निकाल सकता है।
✅ सुरक्षा के उपाय:
-
हर पेमेंट ऐप (जैसे PhonePe, GPay) में App Lock या Fingerprint Lock ज़रूर सेट करें।
-
मोबाइल फोन में भी Screen Lock लगाना न भूलें।
7. हमेशा लेन-देन की रसीद/स्क्रीनशॉट रखें
कभी-कभी ट्रांजैक्शन फेल हो जाता है लेकिन पैसा कट जाता है। ऐसे में अगर आपके पास स्क्रीनशॉट या रसीद हो, तो रिफंड में आसानी होती है।
✅ सुझाव:
-
हर पेमेंट के बाद ट्रांजैक्शन ID या स्क्रीनशॉट सेव करें।
-
सफल पेमेंट की पुष्टि के बिना दुकान से सामान न लें।
8. अपडेटेड ऐप और फोन सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें
पुराने वर्जन में कई बार सुरक्षा खामियां होती हैं, जिनका फायदा साइबर अपराधी उठा सकते हैं।
✅ ध्यान रखें:
-
पेमेंट ऐप्स और मोबाइल OS को नियमित रूप से अपडेट करते रहें।
-
सिक्योरिटी पैच इंस्टॉल करना न भूलें।
9. अनजान लिंक या मैसेज पर क्लिक न करें
फिशिंग अटैक में हैकर फर्जी लिंक भेजते हैं जो देखने में बैंक या पेमेंट ऐप के असली पेज जैसे लगते हैं।
✅ सावधान रहें:
-
किसी भी अनजान लिंक, मैसेज या ईमेल पर क्लिक न करें।
-
आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ही लॉगिन करें।
10. लिमिट सेट करें
बैंक और वॉलेट्स में ट्रांजैक्शन लिमिट सेट करने का ऑप्शन होता है। इससे बड़े धोखाधड़ी से बचा जा सकता है।
✅ क्या करें:
-
रोज़ाना या हर ट्रांजैक्शन की लिमिट सेट करें।
-
SMS अलर्ट चालू रखें ताकि कोई बड़ा ट्रांजैक्शन होते ही पता चल जाए।
डिजिटल पेमेंट ने जिंदगी को आसान बना दिया है, लेकिन इसके साथ जिम्मेदारी भी बढ़ गई है।
अगर आप थोड़ी सी सतर्कता और समझदारी अपनाएं, तो आप न सिर्फ अपने पैसे की सुरक्षा कर सकते हैं, बल्कि बेफिक्र होकर डिजिटल सुविधाओं का पूरा लाभ भी उठा सकते हैं।
तो अगली बार जब आप UPI, कार्ड या नेट बैंकिंग से भुगतान करें, तो ऊपर बताई गई बातों को ज़रूर याद रखें। सुरक्षित रहें, सतर्क रहें।