आज के डिजिटल और फाइनेंशियल दौर में Credit Score किसी व्यक्ति की आर्थिक सेहत का आईना होता है। जब भी आप लोन लेने जाते हैं – चाहे वो पर्सनल लोन हो, होम लोन या क्रेडिट कार्ड – बैंक सबसे पहले आपका क्रेडिट स्कोर चेक करती है।
लेकिन अक्सर लोग इस स्कोर को समझते ही नहीं या फिर इसे नजरअंदाज कर देते हैं।
इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि Credit Score क्या होता है, कैसे काम करता है और कैसे आप इसे सुधार सकते हैं।
Credit Score क्या होता है?
Credit Score (क्रेडिट स्कोर) एक 3 अंकों की संख्या (300 से 900 के बीच) होती है, जो आपके वित्तीय इतिहास और लोन चुकाने की आदतों के आधार पर तैयार की जाती है।
यह स्कोर बैंकों और वित्तीय संस्थानों को बताता है कि आप लोन चुकाने में कितने भरोसेमंद हैं।
Score जितना ज्यादा होता है, आपको लोन या क्रेडिट कार्ड मिलने की संभावना उतनी ही बेहतर होती है।
भारत में Credit Score जारी करने वाली मुख्य संस्थाएं:
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CIBIL (सबसे लोकप्रिय)
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Equifax
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Experian
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CRIF High Mark
Credit Score कैसे काम करता है?
क्रेडिट स्कोर कई फैक्टर्स के आधार पर तैयार किया जाता है:
फैक्टर | महत्व |
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समय पर भुगतान (Payment History) | 35% |
क्रेडिट उपयोग (Credit Utilization) | 30% |
क्रेडिट हिस्ट्री की उम्र (Length of Credit History) | 15% |
नए क्रेडिट अकाउंट (New Credit) | 10% |
प्रकार का क्रेडिट (Credit Mix) | 10% |
Credit Score कितना होना चाहिए?
स्कोर रेंज | रेटिंग | क्या मतलब है? |
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750 – 900 | Excellent | आसानी से लोन मिल सकता है |
700 – 749 | Good | लोन मिल सकता है, थोड़ी बातचीत हो सकती है |
650 – 699 | Fair | मुश्किल से लोन मिल सकता है |
600 – 649 | Poor | ज़्यादातर लोन रिजेक्ट हो सकते हैं |
300 – 599 | Very Poor | लोन मिलना लगभग नामुमकिन |
Credit Score को Improve कैसे करें?
अगर आपका क्रेडिट स्कोर कम है या आप चाहते हैं कि यह और बेहतर हो, तो नीचे दिए गए आसान स्टेप्स अपनाएं:
1. समय पर EMI और Credit Card का भुगतान करें
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देर से भुगतान या Missed Payment आपकी प्रोफाइल को खराब कर सकता है।
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Auto-debit या Reminder सेट करें ताकि Payment टाइम पर हो।
2. क्रेडिट कार्ड लिमिट का 30% से ज्यादा उपयोग न करें
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यदि आपके कार्ड की लिमिट ₹1,00,000 है, तो ₹30,000 से ज्यादा खर्च करना स्कोर पर बुरा असर डाल सकता है।
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हमेशा लिमिट का एक छोटा हिस्सा ही इस्तेमाल करें।
3. एक से ज्यादा लोन या कार्ड के लिए बार-बार अप्लाई न करें
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हर बार जब आप लोन के लिए आवेदन करते हैं, बैंक एक Hard Inquiry करती है, जिससे स्कोर गिरता है।
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जरूरत पड़ने पर ही लोन या कार्ड के लिए अप्लाई करें।
4. पुराने क्रेडिट अकाउंट बंद न करें
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जितनी पुरानी क्रेडिट हिस्ट्री होगी, आपका स्कोर उतना ही बेहतर होगा।
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पुराने क्रेडिट कार्ड्स को एक्टिव रखें और कभी-कभी इस्तेमाल करें।
5. Credit Mix बनाए रखें
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केवल एक ही तरह के लोन (जैसे पर्सनल लोन) की बजाय, अगर आपके पास अलग-अलग प्रकार के लोन (जैसे होम लोन + क्रेडिट कार्ड) हैं और आप उन्हें ठीक से संभाल रहे हैं, तो यह स्कोर को सुधारने में मदद करता है।
6. Free में अपना स्कोर चेक करें (हर 3 महीने में)
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अपने स्कोर की नियमित जांच करें ताकि सुधार की गुंजाइश दिखे।
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CIBIL या अन्य वेबसाइट्स पर जाकर आप Free Credit Score Check कर सकते हैं।
Credit Score से जुड़े Common Questions
Q1. क्या Student का भी Credit Score होता है?
अगर आपने Student Credit Card लिया है या कोई EMI चलाई है, तो आपका स्कोर बनना शुरू हो सकता है।
Q2. क्या बिना लोन लिए भी Credit Score बन सकता है?
हां, अगर आप क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते हैं और समय पर भुगतान करते हैं, तो भी आपका स्कोर बनता है।
Q3. क्या एक ही स्कोर सभी बैंकों में मान्य होता है?
हर संस्था का स्कोर थोड़ा अलग हो सकता है, लेकिन ज्यादातर बैंक CIBIL को प्राथमिकता देती हैं।
Credit Score केवल एक नंबर नहीं है, यह आपके फाइनेंशियल भविष्य की चाबी है।
अगर आप इसे समय रहते समझ लें और सही तरीके से इसे सुधारने की कोशिश करें, तो आने वाले समय में होम लोन, कार लोन, बिजनेस लोन या बड़े फाइनेंशियल फैसलों में आपको कभी दिक्कत नहीं आएगी।
छोटे-छोटे नियमों का पालन करें, समय पर भुगतान करें, और फिजूलखर्ची से बचें – आपका क्रेडिट स्कोर खुद-ब-खुद बेहतर होता जाएगा।